Cultural-committee


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1. भूमिका (Introduction):

सांस्कृतिक गतिविधियाँ किसी भी शैक्षणिक संस्थान की आत्मा होती हैं, जो छात्रों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। जनता वैदिक महाविद्यालय, बड़ौत की सांस्कृतिक समिति ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 के दौरान विविध सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थियों में सृजनात्मकता, राष्ट्रभक्ति, सामाजिक चेतना एवं नैतिक मूल्यों के विकास हेतु सक्रिय भूमिका निभाई।

 

2. उद्देश्य (Objectives):

सांस्कृतिक समिति की स्थापना निम्नलिखित उद्देश्यों की पूर्ति हेतु की गई है:

  • विद्यार्थियों की कलात्मक प्रतिभा को मंच प्रदान करना और उनकी सृजनात्मक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करना।
  • भारतीय संस्कृति, परंपराओं एवं राष्ट्रीय मूल्यों के प्रति सम्मान एवं जागरूकता उत्पन्न करना।
  • राष्ट्रीय पर्व, स्मरण दिवस एवं विशेष अवसरों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूकता फैलाना।
  • छात्रों में सामूहिक कार्य, नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास एवं कर्तव्यनिष्ठा को विकसित करना।

 

3. समिति के सदस्य (Committee Members):

सत्र 2024-25 के लिए सांस्कृतिक समिति के सदस्यगण निम्नलिखित हैं:

  • डॉ. गीता रानी – संयोजक (Coordinator)
  • डॉ. मालती – सदस्य
  • डॉ. रीना पंवार – सदस्य
  • डॉ. अमित नागर – सदस्य
  • डॉ. मुकेश कुमार – सदस्य
  • डॉ. रविंद्र कुमार
  • डॉ. शिवपाल

समिति के समर्पित सदस्यों ने अपने दायित्वों का अत्यंत कुशलता एवं उत्साहपूर्वक निर्वहन किया, जिससे वर्ष भर के आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुए।

4. गतिविधियाँ (Major Activities):

वर्ष भर में समिति द्वारा आयोजित प्रमुख सांस्कृतिक गतिविधियाँ निम्नलिखित रही:

(i) 15 अगस्त 2024 – स्वतंत्रता दिवस समारोह:
राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के सहयोग से ध्वजारोहण, देशभक्ति गीत, भाषण, नाटक तथा कविताओं के माध्यम से आज़ादी के अमर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

(ii) 2 अक्टूबर 2024 – गांधी जयंती एवं शास्त्री जयंती:
"स्वच्छता ही सेवा अभियान" के अंतर्गत NSS व सांस्कृतिक समिति ने मिलकर स्वच्छता रैली, भजन गायन, भाषण प्रतियोगिता एवं पोस्टर मेकिंग का आयोजन किया।

(iii) 26 जनवरी 2025 – गणतंत्र दिवस समारोह:
देशभक्ति पर आधारित नृत्य, नाट्य, गीत एवं भाषण प्रस्तुत कर विद्यार्थियों ने भारतीय संविधान, एकता और लोकतंत्र के मूल्यों को सजीव रूप में प्रस्तुत किया।

(iv) अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, शिक्षक दिवस एवं अन्य विशेष दिवस:
महाविद्यालय स्तर पर महिला सशक्तिकरण, गुरु-शिष्य परंपरा, एवं सांस्कृतिक विरासत पर आधारित गतिविधियों का सफल आयोजन किया गया।

(v):सत्रांत में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें रंगोली, एकल गीत, समूह नृत्य, नाटक, मूक अभिनय, वाद-विवाद तथा फैशन शो आदि प्रतियोगिताएँ संपन्न हुईं

5. अन्य गतिविधियाँ
महाविद्यालय की सांस्कृतिक समिति द्वारा शैक्षणिक सत्र 2024-25 के दौरान विभिन्न रचनात्मक एवं प्रेरणादायी गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिनका उद्देश्य विद्यार्थियों में सांस्कृतिक चेतना, सामाजिक सरोकार एवं राष्ट्रीय मूल्यों के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना रहा। इन गतिविधियों में छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया एवं सांस्कृतिक समृद्धि में योगदान दिया।

इन अन्य गतिविधियों में प्रमुख रूप से भाषण प्रतियोगिता, वाद-विवाद, निबंध लेखन, चित्रकला, पोस्टर निर्माण, देशभक्ति गीत, लोक नृत्य, नुक्कड़ नाटक, योग दिवस, मातृभाषा दिवस, महिला सशक्तिकरण पर संगोष्ठी, संविधान दिवस, गणतंत्र दिवस, स्वच्छता अभियान, एवं पर्यावरण जागरूकता रैली जैसे आयोजन शामिल रहे। इन कार्यक्रमों ने विद्यार्थियों को मंच प्रदान किया, जिससे उनमें आत्मविश्वास, रचनात्मकता एवं नेतृत्व क्षमता का विकास हुआ।

हम विशेष रूप से प्राचार्य प्रो. (डॉ.) वीरेंद्र प्रताप सिंह के कुशल नेतृत्व एवं प्रेरणा के लिए आभार व्यक्त करते हैं, जिनकी दूरदर्शिता से समिति को दिशा एवं प्रोत्साहन प्राप्त हुआ।

 

 

 

 

विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस

जनता वैदिक कालेज बडौत में उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस एवं हर घर तिरंगा कार्यक्रम का आयोजन सांस्कृतिक समिति एवं राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा किया गया ।कॉलेज प्राचार्य डा वीरेंद्र प्रताप सिंह ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के विभाजन की त्रासदी को 1947 में अंजाम दिया गया, जिसने भारतीय उपमहाद्वीप के लाखों लोगों के जीवन को गहरे और स्थायी घाव दिए। इस विभाजन ने दो स्वतंत्र राष्ट्रों - भारत और पाकिस्तान - का गठन किया, लेकिन इसके साथ ही अनगिनत परिवारों का बंटवारा हुआ, अनेक लोगों का विस्थापन हुआ, और हिंसा में लाखों निर्दोष लोगों की जानें गईं।कार्यक्रम की संयोजिका डा गीता रानी ने कहा कि विभाजन  की  यह विभीषिका इतिहास की सबसे दर्दनाक घटनाओं में से एक है, जिसने धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक ताने-बाने को प्रभावित किया। इस त्रासदी ने भारतीय उपमहाद्वीप में स्थायी रूप से दरारें पैदा कीं, जो आज भी सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों के रूप में विद्यमान हैं।

आज, इस विभाजन के दुष्परिणामों को याद करते हुए, हमें इस तथ्य को नहीं भूलना चाहिए कि विभाजन के दौरान हुई हिंसा और नफरत का कोई स्थान नहीं है। हमें शांति, सद्भाव और भाईचारे के मूल्यों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है । ताकि हम भविष्य में ऐसी किसी भी घटना को रोक सकें।हम उन सभी निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने इस विभाजन के दौरान अपनी जान गवाईं, और हम उन लाखों परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हैं जिन्होंने इस त्रासदी के कारण अपने इस विभाजन विभीषिका के सबक को याद रखने का संकल्प लेता है, और हम सभी से आग्रह करता है कि वे शांति और एकता के मूल्यों को अपनाएं और प्रोत्साहित करें।विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर चित्र गैलरी लगायी गई ।साथ ही हर घर तिरंगा अभियान कार्यक्रम में रैली निकाली गई ।कार्यक्रम में डा मालती,डा रीना पंवार,डा श्वेता,डा शिवपाल, डा रविंद्र सिंह,कपिल, संजीव, दिनेश आदि उपस्थित रहें ।आँचल, दीपाशी,नेहा,रीनू,काजल आदि ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया ।

 

 

 

काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह का आयोजन


जनता वैदिक महाविद्यालय, बड़ौत में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की ऐतिहासिक एवं साहसिक घटना काकोरी ट्रेन एक्शन की शताब्दी के उपलक्ष्य में एक स्मृति समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की सांस्कृतिक समिति की संयोजिका डॉ. गीता रानी के निर्देशन में विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं गतिविधियों का सफल आयोजन किया गया।

डॉ. गीता रानी ने अपने उद्बोधन में कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शन भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का एक ऐसा अध्याय है, जिसने आने वाली पीढ़ियों को स्वतंत्रता हेतु संघर्ष एवं बलिदान की प्रेरणा दी। यह घटना 9 अगस्त 1925 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ के पास काकोरी नामक स्थान पर घटित हुई थी, जिसमें स्वतंत्रता सेनानियों ने ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध आर्थिक साधन जुटाने हेतु रेलगाड़ी से सरकारी खजाना लूटकर क्रांतिकारी गतिविधियों को गति दी थी। राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खाँ, चंद्रशेखर आज़ाद, राजेन्द्र लाहिड़ी, ठाकुर रोशन सिंह सहित कई क्रांतिकारियों ने इसमें भाग लिया और देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया।

इस ऐतिहासिक प्रसंग की स्मृति में महाविद्यालय में निबंध प्रतियोगिता, स्लोगन लेखन, ज्ञान प्रतियोगिता तथा भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके अतिरिक्त एक पेड़ मेरी माँ के नाम अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

इस अवसर पर डॉ. श्वेता, डॉ. उदयवीर, डॉ. लोकेश सिंह, डॉ. रविंद्र कुमार, संजीव, सुभाष आदि शिक्षकगण तथा छात्र-छात्राएँ—नेहा, निशा, सलीम, आरजू, जय प्रकाश आदि ने सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

 

 

 

 

 

 

विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस

दिनांक 10 सितम्बर 2024 को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर जनता वैदिक महाविद्यालय, बड़ौत में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन मुस्कुराएगा इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत किया गया, जिसका उद्देश्य आत्महत्या की रोकथाम के प्रति जागरूकता फैलाना और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों को सहायता प्रदान करना था।

कार्यक्रम का संयोजन मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्ष डॉ. गीता रानी के मार्गदर्शन में किया गया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि मानसिक और भावनात्मक अकेलापन आत्महत्या के प्रमुख कारणों में से एक है। अवसाद, एंग्जायटी, बाइपोलर डिसऑर्डर, substance abuse जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं, और साथ ही बेरोजगारी, आर्थिक तंगी, पारिवारिक और सामाजिक तनाव जैसे कारक आत्महत्या की संभावना को बढ़ा सकते हैं। डॉ. गीता रानी ने कहा कि आत्महत्या की रोकथाम के लिए सबसे पहले मानसिक स्वास्थ्य पर खुलकर बातचीत करना, सहानुभूति दिखाना और समय पर परामर्श सेवाओं से जुड़ना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश में स्थापित मुस्कुराएगा इंडिया के सात सेवा केंद्रों में से एक सेवा केंद्र जनता वैदिक महाविद्यालय, बड़ौत में भी संचालित है, जहाँ मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे लोग मदद प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम के अंतर्गत जागरूकता रैली, संवाद सत्र, और पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इन गतिविधियों के माध्यम से छात्रों एवं आमजन को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व और आत्महत्या रोकथाम के उपायों के प्रति संवेदनशील और जागरूक किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य समाज को यह समझाना था कि आत्महत्या कोई व्यक्तिगत विफलता नहीं, बल्कि एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है, जिसे समय पर समझकर और सहायता उपलब्ध कराकर रोका जा सकता है।

 

 

 


स्वच्छता ही सेवा" कार्यक्रम के अंतर्गत गांधी जयंती एवं शास्त्री जयंती पर भव्य आयोजन

जनता वैदिक महाविद्यालय, बड़ौत में दिनांक 2 अक्टूबर 2025 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के जन्मदिवस के पावन अवसर पर "स्वच्छता ही सेवा" अभियान के अंतर्गत एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर एवं आसपास के क्षेत्र में स्वच्छता अभियान चलाया गया तथा विविध शैक्षणिक-सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ गांधी जी के प्रिय भजन "रघुपति राघव राजा राम" के मधुर गायन से हुआ। इसके पश्चात विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं NSS स्वयंसेवकों द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया गया। साथ ही "राष्ट्र निर्माण में स्वच्छता का योगदान", "गांधीवादी विचारधारा" और "शास्त्रीजी का आदर्श जीवन" विषयों पर निबंध, भाषण तथा चित्रकला प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं। कार्यक्रम संयोजिका डॉ. गीता रानी ने कहा कि “गांधीजी ने स्वच्छता को स्वतंत्रता से भी अधिक महत्त्वपूर्ण बताया था। आज हमें उनके विचारों को आत्मसात करते हुए ‘स्वच्छ भारत’ की दिशा में कार्य करना चाहिए।”
प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) वीरेंद्र प्रताप सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि “महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री का जीवन हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है। स्वच्छता और सेवा जैसे मूल्यों को अपनाकर ही हम सशक्त भारत का निर्माण कर सकते हैं।” इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) की भी विशेष भूमिका रही। NSS कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मुकेश कुमार , डॉ. अमित नगर ने स्वयंसेवकों को स्वच्छता की प्रतिज्ञा दिलवाई तथा छात्रों को गांधी और शास्त्री जी के जीवन से प्रेरणा लेकर सामाजिक उत्तरदायित्व निभाने के लिए प्रेरित किया। सांस्कृतिक समिति के सक्रिय सहयोग से कार्यक्रम का सफल संयोजन किया गया, जिसमें डॉ. मालती, एवं डॉ. गीता रानी ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए विविध प्रतियोगिताओं को सुचारु रूप से संचालित किया। इस अवसर पर डॉ. श्वेता, डॉ. उदयवीर, डॉ. लोकेश सिंह, डॉ. रविंद्र कुमार, श्री संजीव, श्री सुभाष, नेहा, निशा, सोनल, आशीष, आरव, जय प्रकाश सहित अनेक शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर स्वच्छता अभियान को सफल बनाते हुए गांधी जी एवं शास्त्री जी के विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान एवं "वन्दे मातरम्" के सामूहिक गायन के साथ हुआ।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

संविधान दिवस

दिनांक 26 नवम्बर 2024 को जनता वैदिक महाविद्यालय, बड़ौत में संविधान दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) वीरेंद्र प्रताप सिंह द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों एवं राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के स्वयंसेवकों को संविधान की उद्देशिका का सामूहिक पाठ कराते हुए संविधान की शपथ दिलाई। अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में डॉ. सिंह ने कहा कि भारतीय संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि देश की आत्मा एवं गौरव का प्रतीक है, जो नागरिकों को समानता, स्वतंत्रता, बंधुत्व एवं न्याय जैसे मूलभूत अधिकारों की रक्षा करने की प्रेरणा देता है। उन्होंने सभी छात्रों से आह्वान किया कि वे अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहते हुए, संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों का सम्मान करें और एक जिम्मेदार नागरिक बनकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दें। कार्यक्रम का संयोजन महाविद्यालय की सांस्कृतिक समिति तथा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के समन्वय से किया गया। सांस्कृतिक समिति की संयोजिका डॉ. गीता तालियान ने अपने वक्तव्य में कहा कि “मेरा संविधान, मेरा स्वाभिमान” केवल एक नारा नहीं, बल्कि हर भारतीय के आत्मगौरव और जिम्मेदारी का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि संविधान दिवस हमें भारतीय संविधान के महत्व, उसकी संरचना और हमारे जीवन में उसकी भूमिका को समझने का सुअवसर प्रदान करता है। कार्यक्रम में मेरा संविधान, मेरा स्वाभिमान विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और संविधान के प्रति अपनी जागरूकता एवं प्रतिबद्धता को रचनात्मक रूप में प्रस्तुत किया। प्रतिभागियों ने अपने निबंधों के माध्यम से यह स्पष्ट किया कि जब हम अपने अधिकारों का सदुपयोग करते हैं और अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं, तभी हमारा स्वाभिमान पूर्णता प्राप्त करता है। इस अवसर पर डॉ. मुकेश कुमार ने कहा कि हमारा संविधान जाति, धर्म, भाषा, लिंग और क्षेत्रीयता के आधार पर किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करता और सामाजिक न्याय की भावना को सशक्त बनाता है। वहीं डॉ. अमित नागर ने संविधान को हर भारतीय की आत्मा बताते हुए इसे हमारी स्वतंत्रता की कीमत और लोकतंत्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक कहा। कार्यक्रम में डॉ. देवेन्द्र पाल सिंह तोमर, डॉ. ब्रजराज तोमर, डॉ. शिवपाल सहित अनेक सम्मानित प्राध्यापकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम में साक्षी, निशा, आँचल, दीपांशी, काजल, नेहा, मनीषा, गौरव, अमित सहित अनेक NSS स्वयंसेवकों ने सक्रिय भागीदारी की। कार्यक्रम का सफल संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी एवं सांस्कृतिक समिति की टीम द्वारा किया गया। अंत में सभी प्रतिभागियों ने भारत के संविधान के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त करते हुए संविधान के मूल्यों को जीवन में अपनाने का संकल्प लिया

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में स्वयसेवको को संविधान की उद्देशिका सपथ दिलाते हुए मुख्य अतिथि प्राचार्य प्रो. (डॉ.) वीरेंद्र प्रताप सिंह जी (26.11.2024)

 

 

 

 

 

 

 

किसान दिवस

आज दिनांक 23 दिसम्बर 2024 को जनता वैदिक महाविद्यालय, बड़ौत में किसान दिवस के अवसर पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह दिवस भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जिन्होंने भारतीय किसानों के हक और सम्मान के लिए आजीवन संघर्ष किया और उनकी नीतियाँ आज भी किसानों के कल्याण का आधार बनी हुई हैं। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के स्वयंसेवकों, महाविद्यालय के अध्यापकगणों, प्रबंध समिति के अध्यक्ष चौधरी वीरेंद्र पाल जी एवं अन्य समिति सदस्यों की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम के दौरान नारे लेखन, कविता पाठ, लघु नाटिका और संवाद सत्र के माध्यम से किसानों की भूमिका और समस्याओं पर प्रकाश डाला गया। स्वयंसेवकों ने अन्नदाता के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की और चौधरी चरण सिंह जी के विचारों को स्मरण किया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) वीरेंद्र प्रताप सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि “किसान हमारे देश की आत्मा हैं और चौधरी चरण सिंह जी ने उन्हें जो आवाज़ दी, वह आज भी मार्गदर्शन का स्रोत है।” प्रबंध समिति के अध्यक्ष चौधरी वीरेंद्र पाल जी ने किसानों के सामाजिक और आर्थिक योगदान की सराहना करते हुए कहा कि युवा पीढ़ी को उनके आदर्शों से प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन और 'जय जवान, जय किसान' के नारों के साथ हुआ।

किसान दिवस मनाते हुए स्वयंसेवक एवं अध्यापकगण

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

गणतंत्र दिवस

आज दिनांक 26 जनवरी 2025 को गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर जनता वैदिक महाविद्यालय, बड़ौत में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के स्वयंसेवकों द्वारा देशभक्ति पर आधारित विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं। इन प्रस्तुतियों में नृत्य, गीत और नाट्य के माध्यम से संविधान की महत्ता, राष्ट्रीय एकता, लोकतांत्रिक मूल्यों एवं देशभक्ति की भावना का प्रभावशाली प्रदर्शन किया गया, जिसे सभी उपस्थित छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं अतिथियों द्वारा अत्यंत सराहा गया। कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि NSS के स्वयंसेवकों ने भारत की 'विविधता में एकता', नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों एवं लोकतंत्र की मूल भावना को मंच पर जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। इन प्रस्तुतियों ने न केवल मनोरंजन किया, बल्कि समाज में जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना भी उत्पन्न की। प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) वीरेंद्र प्रताप सिंह ने विद्यार्थियों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के सांस्कृतिक आयोजन युवाओं में राष्ट्रभक्ति, कर्तव्यनिष्ठा एवं सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को प्रबल करते हैं। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से संविधान के आदर्शों का पालन करते हुए एक जागरूक एवं जिम्मेदार नागरिक बनने का आह्वान किया। इस कार्यक्रम का सफल संयोजन महाविद्यालय की सांस्कृतिक समिति द्वारा किया गया, जिसमें डॉ. गीता रानी, डॉ. मालती एवं डॉ. मुकेश कुमार ने विशेष योगदान दिया। समिति के सदस्यों ने छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए उन्हें आत्मविश्वास के साथ मंच पर प्रस्तुत होने हेतु प्रेरित किया। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसने उपस्थित सभी जनों के मन में गणतंत्र दिवस की गौरवपूर्ण स्मृति को और अधिक सुदृढ़ कर दिया।

 

 

गणतंत्र दिवस मनाते हुए स्वयंसेवक

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

सड़क सुरक्षा

 

आज दिनांक 17 फरवरी 2025 को राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई प्रथम एवं तृतीय तथा रोड सेफ्टी क्लब, जनता वेदिक कॉलेज बडौत द्वारा एक दिवसीय शिविर "रोड सेफ्टी" विषय पर आयोजन प्राचार्य डॉ वीरेंद्र प्रताप सिंह जी के निर्देशन में किया गया। इस कार्यक्रम का मंच संचालन कार्यक्रम अधिकारियों डॉ. मुकेश कुमार एवं अमित नागर ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. गीता रानी, रोड सेफ्टी क्लब नोडल, लेफ्टिनेंट डॉ. विजयपाल, एसोसिएट एनसीसी अधिकारी,जनता वेदिक कॉलेज, थाना बड़ौत से एसआई श्री संजीव चौधरी जी चौकी प्रभारी कस्बा बाजार, एसआई मिस किर्ती, हेड कांस्टेबल श्री विजयपाल सिंह एवं हेड कांस्टेबल श्रीमती मनीषा उपस्थित रहे। सभी अतिथि गण ने स्वयं सेवकों को रोड दुर्घटनाओं और मौतों पर परिवहन मंत्रालय के डेटा देकर रोड सुरक्षा के लिए जागरूक बनाने के महत्व को समझाया । आंकड़े बताते हैं कि हर चार दुर्घटनाओं में तीन दुर्घटनाएं तेज गति से वाहन चलने की वजह से होती हैं । अन्य कारण मादक पदार्थ पीकर वाहन चलना, गलत साइड से वाहन चलना और मोबाइल का इस्तेमाल करते हुआ वाहन चलना मुख्य हैं। अतः ट्रैफिक नियमों का पालन कर और जागरूक बनकर गम्भीर दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है ।

कार्यक्रम में उपस्थित सभी स्वयं सेवकों को सड़क सुरक्षा से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां जो समझाई गई और चिन्हित कॉलोनी में प्रसार हेतु जागरूक बनाया गया वे इस प्रकार थी । हेलमेट पहनना अनिवार्य - हमेशा अपनी सुरक्षा के लिए हेलमेट पहनें, यह सिर की चोटों से बचाता है, सीट बेल्ट का उपयोग करें - वाहन चलाते समय सीट बेल्ट पहनना दुर्घटना के दौरान गंभीर चोटों से बचाता है, तेज गति से वाहन न चलाएं - तेज गति से वाहन चलाने से दुर्घटना का खतरा बढ़ता है, हमेशा सुरक्षित गति में चलाएं, सड़क पर लाइनों का पालन करें - ट्रैफिक सिग्नल और सड़क पर दिखाए गए संकेतों का पालन करें ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके, दूरी बनाए रखें - वाहन चलाते समय अगली कार से उचित दूरी बनाए रखें, ताकि अचानक ब्रेक लगाने की स्थिति में दुर्घटना न हो, नशे में वाहन न चलाएं - शराब या किसी अन्य नशे में वाहन चलाने से दुर्घटना की संभावना बहुत अधिक होती है ।

इसके पश्चात्, कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) वीरेंद्र प्रताप सिंह जी ने शिविर के स्वयंसेवकों को सड़क सुरक्षा रैली के लिए रवाना किया और यातायात नियमों से संबंधित महत्वपूर्ण बातें बताई। तत्पश्चात बाद सभी स्वयंसेवक, कार्यक्रम अधिकारी एवं पुलिस अधिकारियों के साथ  सड़क पर वाहन चालक राजकर उन्हें परिवहन नियमों का पालन करने को प्रेरित किया तथा उन्हें हेलमेट पहनने का आग्रह किया। उसके पश्चात स्वयं सेवक चिन्हित कॉलोनी पटेल नगर एवं डूडा कॉलोनी में जाकर सड़क सुरक्षा के उपायों पर बनाए अपने स्लोगन और पोस्टर से जागरूकता फैलाई ।  यह कार्यक्रम सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

थाना बड़ौत से एसआई श्री संजीव चौधरी जी चौकी प्रभारी कस्बा बाजार, एसआई मिस किर्ती, हेड कांस्टेबल श्री विजयपाल सिंह एवं हेड कांस्टेबल श्रीमती मनीषा ने स्वयं सेवकों को रोड दुर्घटनाओं और मौतों पर परिवहन मंत्रालय के डेटा देकर रोड सुरक्षा के लिए जागरूक बनाने के महत्व को समझाया

        

पढ़े महाविद्यालय बढे महाविद्यालय

"पढ़े महाविद्यालय, बढ़े महाविद्यालय" अभियान के अंतर्गत हमारे महाविद्यालय में दिनांक [तिथि] को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के स्वयंसेवकों ने अपनी मनपसंद पुस्तकें पढ़ते हुए ज्ञानवर्धन की ओर कदम बढ़ाया। पुस्तक पठन गतिविधि का उद्देश्य विद्यार्थियों में अध्ययन की आदत को प्रोत्साहित करना तथा उन्हें मानसिक रूप से समृद्ध बनाना रहा।

इसी क्रम में, सभी स्वयंसेवकों द्वारा नशामुक्ति की शपथ भी ली गई। इस शपथ के माध्यम से उन्होंने यह संकल्प लिया कि वे स्वयं नशे से दूर रहेंगे तथा समाज को भी नशा मुक्त बनाने हेतु जागरूक करेंगे। यह पहल युवाओं में सकारात्मक सोच, स्वच्छ जीवनशैली एवं सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना विकसित करने में सहायक सिद्ध होगी। कार्यक्रम का सफल संचालन एनएसएस अधिकारी अमित नागर के मार्गदर्शन में हुआ। महाविद्यालय प्रशासन इस प्रकार की रचनात्मक एवं सामाजिक गतिविधियों को भविष्य में भी निरंतर आयोजित करता रहेगा।

 

पढ़े महाविद्यालय बढे महाविद्यालय के तहत अपना मनपसंद पुस्तक पढ़ते हुए स्वयंसेवक

 

 

पढ़े महाविद्यालय  बढे महाविद्यालय कार्यक्रम के तहत नशामुक्ति की शपथ लेते हुए स्वयसेवक

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

 

बड़ौत, 08 मार्च 2025 – जनता वैदिक कॉलेज, बड़ौत (आई क्यू ए सी के तत्वावधान में) आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सांस्कृतिक समिति एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान मे  एक भव्य और प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें नारी सशक्तिकरण, समानता और महिलाओं के समाज में योगदान पर विशेष ध्यान दिया गया।  कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज प्राचार्य डा वीरेंद्र प्रताप सिंह द्वारा दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुई। मंच संचालन डा गीता रानी सांस्कृतिक समिति की अध्यक्ष ने महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए महिला हेल्पलाइन पर चर्चा की । कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीरेंद्र प्रताप सिंह ने उद्घाटन भाषण में कहा,“नारी शक्ति किसी भी समाज की रीढ़ होती है। महिलाओं के बिना सामाजिक और आर्थिक विकास की कल्पना अधूरी है। हमें महिलाओं को समान अवसर और अधिकार देने के लिए संकल्प लेना चाहिए।”इस अवसर पर विशेष अतिथि डॉ. संजय सिंह, NAS कॉलेज, मेरठ ने महिलाओं के अधिकारों, शिक्षा और आत्मनिर्भरता पर महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा,“महिलाएँ केवल घर की चारदीवारी तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे हर क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। हमें महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।”मुख्य अतिथि वक्ता डा विपिन कुमार द्विवेदी ने कहा कि बेटियों को साहस और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए ।कार्यक्रम के दौरान छात्राओं द्वारा कविता पाठ, नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिनमें नारी सशक्तिकरण की झलक देखने को मिली। साथ ही, महिला शिक्षकों और समाज में उत्कृष्ट योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।इस अवसर पर विद्यार्थियों ने महिलाओं की भूमिका को दर्शाने वाली सुंदर कविताएँ प्रस्तुत की।कार्यक्रम के अंत में डॉ. गीता रानी ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि यह आयोजन महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों, विशेष अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया ।कार्यक्रम में डा मदन पाल, डा देवेंद्र पाल सिंह तोमर, डा गजेंद्र प्रताप सिंह,डा राजेश गुप्ता, डा अनुपम तिवारी, डा नीलम राणा, डा इंदु, डा श्वेता, डा अमित नागर (राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी) आदि ने अपने विचार व्यक्त किए । कार्यक्रम में अन्नू तोमर, निशा, वंदना,प्रेरणा, सादिया , प्रशांत आदि ने छात्र- छात्राओं ने प्रतिभाग किया ।

 

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सेवा सुरक्षा एवं सुशासन

आज, दिनांक 27 मार्च 2025 को प्रदेश सरकार की सेवा सुरक्षा एवं सुशासन की नीति के आठ वर्षों की सफलता के उपलक्ष्य में, राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) यूनिट जनता वैदिक कॉलेज बड़ौत द्वारा एक महत्वपूर्ण गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में प्रदेश सरकार द्वारा संचालित कई महत्त्वपूर्ण योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई, जिनमें 'समर्थ पोर्टल', 'नारी सुरक्षा और 'सम्मान', 'स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना' के तहत छात्रों को प्रदान किए जाने वाले मोबाइल फोन और टैबलेट्स, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, तथा अन्य सरकारी योजनाओं के लाभों पर गहन विचार-विमर्श हुआ।

इस गोष्ठी में प्रमुख रूप से उज्जवल तोमर और शनी  ने अपनी प्रस्तुतियाँ दीं। डॉ. मुकेश कुमार ने छात्रों को 'समर्थ पोर्टल' की महत्ता और इसके उपयोग के लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। वहीं, डॉ. आकांक्षा गुरु ने 'मिशन शक्ति' योजना पर अपने विचार साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार यह योजना महिलाओं की सुरक्षा और उनके सशक्तिकरण के लिए कारगर सिद्ध हो रही है। श्री अमित न|गर ने स्वामी विवेकानंद टैबलेट योजना के माध्यम से छात्रों को मिलने वाले लाभों की जानकारी दी और बताया कि कैसे यह योजना शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव ला रही है। यह गोष्ठी छात्रों को प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं और उनके लाभों के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी, ताकि वे इन योजनाओं का अधिकतम लाभ उठा सकें और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकें। इस अवसर पर छात्रों ने उत्साहपूर्वक इन योजनाओं के बारे में चर्चा की और भविष्य में इनका लाभ उठाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की।

 

 

सेवा सुरक्षा एवं शुशासन पर कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए स्वय सेवक एवं स्वयंसेविकाएं

 

 

 

 

 

 

भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की जयंती के पावन अवसर पर 15 दिवसीय कार्यक्रम श्रृंखला का भव्य शुभारंभ

दिनांक 14 अप्रैल 2025 से 28 अप्रैल 2025 तक "हमारा स्वाभिमान, हमारा संविधान" शीर्षक के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एवं संस्कृतिक समिति, जनता वैदिक कॉलेज, बड़ौत द्वारा डॉ. बाबा साहब अम्बेडकर जी की जयंती पर विशेष कार्यक्रमों की श्रृंखला का आयोजन किया जा रहा है। इस ऐतिहासिक महोत्सव का उद्देश्य भारतीय संविधान निर्माता डॉ. अम्बेडकर जी के जीवन, संघर्ष, विचारधारा तथा सामाजिक न्याय, समानता एवं बंधुत्व के मूल्यों को समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुँचाना है। इस क्रम में दिनांक 14 अप्रैल 2025 को प्रातः 11:00 बजे एक ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन Google Meet प्लेटफॉर्म पर सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। संगोष्ठी में महाविद्यालय के गणमान्य अतिथियों एवं वक्ताओं ने बाबा साहब के जीवन दर्शन, सामाजिक सुधारों में उनके योगदान तथा संविधान निर्माण में उनकी ऐतिहासिक भूमिका पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. प्रमोद कुमार मौर्य, असिस्टेंट प्रोफेसर अमर सिंह कॉलेज लखावटी बुलंदशहर, ने युवाओं को संबोधित करते हुए डॉ. अम्बेडकर जी के विचारों को आज के समय में प्रासंगिक बताया और युवाओं से उनके आदर्शों को जीवन में अपनाने का आह्वान किया, शिक्षित होने के नाते शिक्षित समाज की समाज के प्रति जिम्मेदारियों की याद दिलाई । बाबा साहब के संघर्षों और जीवन से प्रेरित होने और समानता, न्याय और बंधुत्व पूर्ण समाज के निर्माण में अपना योगदान देने की बात कही ।संस्कृतिक समिति की संयोजिका डॉ. गीता रानी ने सामाजिक समरसता एवं सांस्कृतिक चेतना के संदर्भ में बाबा साहब के योगदान को रेखांकित किया। कार्यक्रम अधिकारियों - डॉ. इन्दु, डॉ. मुकेश कुमार, डॉ. श्वेता अग्रवाल एवं श्री अमित नागर ने भी संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डॉ. अम्बेडकर जी के संविधान में समावेशित मूलभूत अधिकारों एवं कर्तव्यों पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में एनएसएस के स्वयंसेवकों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। साजिया चौधरी, काजल मोगा सहित कई विद्यार्थियों ने डॉ. अम्बेडकर के जीवन एवं विचारों पर प्रेरणादायक भाषण एवं प्रस्तुतियाँ दीं, जो सभी उपस्थितजनों को गहराई से प्रभावित कर गईं।

इस संगोष्ठी के माध्यम से युवाओं में समानता, समरसता और न्याय के प्रति जागरूकता बढ़ी तथा संविधान के मूल्यों को आत्मसात करने की प्रेरणा मिली। यह आयोजन न केवल एक स्मृति दिवस था, बल्कि ज्ञान, विचार, संवाद और सामाजिक उत्तरदायित्व का उत्सव भी सिद्ध हुआ।

 

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