Introduction
The Women Cell of Janta Vedic College, Baraut, remained committed to its vision of empowering female students, promoting gender equality, and ensuring a safe, inclusive, and supportive environment for women throughout the academic session 2024–25. Under the guidance of the Principal, IQAC Coordinator and active coordination of faculty members, several impactful activities were conducted.
Committee Members:
Students Representatives
Date:3 & 4 October 2024
A lecture focused on constitutional and legal rights of women was held, with participation from legal academicians.
Date: 19 October 2024
A seminar was conducted to educate students on personal hygiene, sanitary habits, and the role of probiotics and oral hygiene in maintaining overall health.
Date: 23 October 2024
A joint session by the Women Cell and NSS focused on educating female students about cyber crimes and digital self-protection strategies.
Date: 11 November 2024
A speech competition was organized to highlight the contributions of women freedom fighters, inspiring students with stories of courage and leadership.
Date: 13 November 2024
An essay contest encouraged students to express thoughts on women's empowerment, self-reliance, and leadership roles. Prizes were awarded to top performers.
Date: 2 December 2024
A street play was performed by students to raise awareness against the dowry system and promote social change.
Date: 9 December 2024
In collaboration with local law enforcement, students were educated on women’s safety, helpline numbers (1090, 181, 1930, etc.), and the importance of reporting crimes.
Date: 8 March 2025
Themed “Colors of Holi, Dreams of Women,” the event included eco-friendly Holi activities, speeches, poetry, ramp walks, and felicitation of women achievers.
Date: Throughout the year
The Women Cell provided confidential support and counseling throughout the year for any student in need of help or guidance.
EVENT: AWARENESS ON WOMEN’S RIGHTS
महिला अधिकारों पर जागरूकता कार्यक्रम
Date: 3.10.2024,4.10.2024
आयोजक: महिला प्रकोष्ठ, जनता वैदिक कॉलेज, बड़ौत
तारीख: 3,4अक्टूबर 2024
स्थान: सेमिनार हॉल, जनता वैदिक कॉलेज, बड़ौत
अवसर: ओरिएंटेशन कार्यक्रम
विवरणात्मक रिपोर्ट
दिनांक 3 अक्टूबर 2024, 4 अक्टूबर 2024 को ओरिएंटेशन कार्यक्रम के अवसर पर जनता वैदिक कॉलेज, बड़ौत के महिला प्रकोष्ठ द्वारा एक विशेष जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। यह सत्र कॉलेज के नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित किया गया था ताकि उन्हें महिलाओं के अधिकारों और उनके संरक्षण हेतु प्रावधानों के विषय में सम्यक जानकारी प्रदान की जा सके।कार्यक्रम की मुख्य वक्ता महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका डॉ. रश्मि निगम थीं। उन्होंने छात्राओं को संविधान द्वारा प्रदत्त महिला अधिकारों, जैसे समान अवसर, शिक्षा, कार्यस्थल पर सुरक्षा, यौन उत्पीड़न के विरुद्ध कानून, घरेलू हिंसा संरक्षण अधिनियम, और महिलाओं की गरिमा सुनिश्चित करने वाले विभिन्न विधिक प्रावधानों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार महिलाएं अपने कानूनी अधिकारों का प्रयोग करके आत्मनिर्भर बन सकती हैं और समाज में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा सकती हैं। उन्होंने छात्राओं को प्रेरित किया कि वे न केवल अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें, बल्कि समाज में अन्य महिलाओं को भी जागरूक करें।कार्यक्रम के दौरान उपस्थित छात्राओं ने विषय से संबंधित प्रश्न पूछे और डॉ. निगम ने उनकी शंकाओं का समाधान भी किया। यह सत्र न केवल ज्ञानवर्धक रहा, बल्कि छात्राओं को अपने भविष्य के प्रति आश्वस्त और जागरूक बनाने वाला भी सिद्ध हुआ।कार्यक्रम में महाविद्यालय के वरिष्ठ संकाय सदस्य, महिला प्रकोष्ठ की अन्य सदस्यगण, और लगभग 100 छात्राएं उपस्थित रहीं।
प्रमुख बिंदु:
EVENT: MISSION SHAKTI PHASE 5
Date: 19.10.2024
गतिविधि का नाम: हेल्थ हाइजीन एवं सैनिटेशन विषय पर एक संगोष्ठी
गतिविधि का दिनांक: 19 October 2024
प्रतिभागी छात्रों की संख्या: 40
आख्या
दिनांक 19 अक्टूबर 2024 को जनता वैदिक कॉलेज बड़ौत की महिला प्रकोष्ठ द्वारा मिशन शक्ति फेस 5.0 के अंतर्गत हेल्थ हाइजीन एवं सैनिटेशन विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन महिला प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ रश्मि निगम के निर्देशन पर किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ रेणु पवार, प्राध्यापक सुक्ष्मजीव विज्ञान विभाग, ने छात्राओं को ओरल हाइजीन, स्कैल्प हाइजीन और प्रोबायोटिक पर एक विस्तृत व्याख्यान दिया । उन्होंने कहा कि स्कैल्प में लगने वाले कवक, मुंह में रहने वाले जीवाणुओं के बारे में जानकारियों और जागरूकता रखकर हम इनसे होने वाले तमाम बीमारियों के होने से बच सकते है । आगे उन्होंने कहा स्वस्थ जीवन शैली के लिए व्यक्तिगत हाइजीन का ध्यान रखना अति आवश्यक है, और इसमें सही जानकारी एवं प्रथाओं का पालन करना महत्वपूर्ण है । उन्होंने प्रोबायोटिक खाना और गट हेल्थ पर भी जानकारी दी । कार्यक्रम में छात्राओं द्वारा सवाल जवाब भी किया गया । ज्ञात है कि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा मिशन शक्ति फेस 5. के अंतर्गत 90 दिवसीय कार्य योजना में विभिन्न गतिविधि कराने का निर्देश है जिसके आलोक में जानत वैदिक कॉलेज बड़ौत की महिला प्रकोष्ठ, राष्ट्रीय सेवा योजना, एन सी सी, तथा खेल विभाग द्वारा लक्षित गतिविधियां कराई जा रही हैं।
EVENT: MISSION SHAKTI PHASE 5
Date: 23.10.2024
गतिविधि का नाम: साइबर सुरक्षा कार्यक्रम
गतिविधि का दिनांक: 23 October 2024
प्रतिभागी छात्रों की संख्या: 60
आख्या
दिनांक 23 अक्टूबर 2024 को जनता वैदिक कॉलेज बड़ौत की महिला प्रकोष्ठ तथा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा मिशन शक्ति फेस 5.0 के अंतर्गत साइबर सिक्योरिटी विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन महिला प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ रश्मि निगम एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी डॉ मुकेश कुमार, डॉ मालती के निर्देशन में किया गया । कार्यक्रम में डॉ मुकेश कुमार ने छात्राओं को साइबर क्राइम से सुरक्षा विषय पर संक्षिप्त व्याख्यान दिया । जिसमें उन्होंने बताया कि कंप्यूटर, मोबाइल, अथवा किसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से किया जाने वाला क्राइम साइबर क्राइम कहलाता है और साइबर क्राइम तमाम तरीकों से होते हैं जिनमें साइबर बुलीइंग , स्टॉकिंग, ग्रूमिंग जॉब फ्रॉड, फिशिंग, विशिंग, स्मिशिंग, रैनसमवेयर, ट्रोजन आदि प्रमुख है, जिनके बारे में छात्रों को जागरूक किया गया । वर्तमान समय में चल रहे ऑनलाइन अरेस्ट और लोन ऐप से होने वाले फ्रॉड के बारे में भी जागरूक किया गया । साइबर क्राइम से समाज के सभी वर्ग के लोग शिकार बनते है लेकिन महिलाएं और वृद्ध ज्यादा शिकार बनाए जाते है।
कार्यक्रम में छात्राओं खुशी, वाणी, खुशबू आदि का विशेष योगदान रहा । ज्ञात है कि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा मिशन शक्ति फेस 5. के अंतर्गत 90 दिवसीय कार्य योजना में विभिन्न गतिविधि कराने का निर्देश है जिसके आलोक में जानत वैदिक कॉलेज बड़ौत की महिला प्रकोष्ठ, राष्ट्रीय सेवा योजना, एन सी सी, तथा खेल विभाग द्वारा लक्षित गतिविधियां कराई जा रही हैं।
Date: 11.11.2024
गतिविधि का नाम: भारत के वीरांगनाओं के जीवन चरित्र पर आधारित व्याख्यान कार्यक्रम
गतिविधि का दिनांक: 11 November 2024
प्रतिभागी छात्राओं की संख्या: 50
आख्या
जनता वैदिक कॉलेज, बड़ौत में मिशन शक्ति - चरण 5 कार्यक्रम के अंतर्गत दिनांक 11 नवम्बर 2024 को महिला प्रकोष्ठ द्वारा "भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महिला वीरांगनाएँ की भूमिका" विषय पर एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता महिला प्रकोष्ठ की सदस्य डॉ. श्वेता अग्रवाल और डॉ. आकांक्षा गुरु के मार्गदर्शन में संपन्न हुई। इस प्रतियोगिता में लगभग 50 छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतिभागियों में शामिल छात्राओं जैसे शैली, खुशी, अनीता, पारुल आदि ने अपने विचार साझा किए और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महिला स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान पर प्रकाश डाला। छात्राओं ने विशेष रूप से रानी लक्ष्मीबाई जैसी महान विभूतियों के साहस और योगदान की चर्चा की, जिन्होंने न केवल स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनीं। इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्राओं ने यह संदेश दिया कि महिला स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान आज भी हमारे लिए आदर्श है और यह हमें अपने समाज व देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का बोध कराता है।
EVENT: MISSION SHAKTI PHASE 5
Date: 13.11.2024
गतिविधि का नाम: ‘महिला सशक्तिकरण’ विषय पर निबंध लेखन प्रतियोगिता
गतिविधि का दिनांक: 13 November 2024
प्रतिभागी छात्राओं की संख्या: 50
दिनांक 13 नवंबर 2024 को जनता वैदिक कॉलेज, बरौत के महिला प्रकोष्ठ द्वारा ‘महिला सशक्तिकरण’ विषय पर निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मिशन शक्ति - चरण 5 के तहत संपन्न हुआ, जिसका मार्गदर्शन डॉ. आकांक्षा गुरु और डॉ. श्वेता अग्रवाल (महिला प्रकोष्ठ की सदस्य) ने किया। इस कार्यक्रम में लगभग 30 छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने तथा आत्मरक्षा गतिविधियों में भाग लेने के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए। प्रतियोगिता में कशिश जैन को प्रथम पुरस्कार, शैली को द्वितीय पुरस्कार, और अंशु को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। इन विजेताओं को सम्मानित कर महिला सशक्तिकरण की दिशा में उनके योगदान की सराहना की गई।महिला प्रकोष्ठ के इस प्रयास का उद्देश्य छात्राओं में आत्मविश्वास और जागरूकता बढ़ाना है ताकि वे अपने अधिकारों के लिए खड़ी हो सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।